सेंट्रल कॉम्पिटेटिव स्कूल, छपरा के छात्र ने नवोदय परीक्षा में सफलता पाई!
सपने वही सच होते हैं जिनके लिए मेहनत की जाती है। छपरा शहर के सेंट्रल कॉम्पिटेटिव स्कूल के एक प्रतिभाशाली छात्र अभिषेक कुमार ने यह साबित कर दिखाया है। उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए मेधा सूची में स्थान प्राप्त किया।
अभिषेक की सफलता – मेहनत और लगन का परिणाम
अभिषेक कुमार, जिनका रोल नंबर 1276638है, ने जवाहर नवोदय विद्यालय, देवती (सारण) में प्रवेश के लिए सफलता प्राप्त की है। उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे स्कूल और शिक्षकों को गर्व हुआ है।
अभिषेक के पिता आनंद सिंह ग्राम + पोस्ट संधा, ब्लॉक – छपरा सदर के निवासी हैं। उनके माता-पिता ने हमेशा शिक्षा को प्राथमिकता दी और अभिषेक को पढ़ाई में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
सेंट्रल कॉम्पिटेटिव स्कूल – सफलता की गारंटी
छपरा में स्थित सेंट्रल कॉम्पिटेटिव स्कूल हमेशा से ही अपने उत्कृष्ट परिणामों के लिए जाना जाता है। इस स्कूल का उद्देश्य छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना और उन्हें अपने सपनों को साकार करने में मदद करना है।
स्कूल प्रशासन और शिक्षकों की मेहनत का ही परिणाम है कि अभिषेक जैसे छात्र सफलता प्राप्त कर रहे हैं। स्कूल प्रबंधन और शिक्षक संदीप मिश्रा ने कहा कि यह उपलब्धि स्कूल के समर्पण और मेहनत का प्रमाण है।
क्या है नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा?
जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) भारत सरकार द्वारा संचालित एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान है, जहां हर साल लाखों छात्र प्रवेश परीक्षा देते हैं, लेकिन कुछ ही छात्रों का चयन होता है। यह परीक्षा देश के सर्वश्रेष्ठ सरकारी स्कूलों में से एक में पढ़ने का अवसर प्रदान करती है।
सफलता की कहानी – प्रेरणा देने वाली उपलब्धि
अभिषेक कुमार की यह सफलता कई अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। उनकी मेहनत, धैर्य और सही मार्गदर्शन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है। यह साबित करता है कि अगर सही दिशा में प्रयास किया जाए, तो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
स्कूल प्रशासन और शिक्षकों की प्रतिक्रिया
स्कूल के शिक्षक और प्रबंधक इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं। स्कूल प्रबंधन और शिक्षक संदीप मिश्रा ने कहा,
“हम अपने छात्रों को केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि एक सफल भविष्य की दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। अभिषेक की सफलता से हमें और अधिक मेहनत करने की प्रेरणा मिली है।”
अब अभिषेक को जवाहर नवोदय विद्यालय में एक नया अवसर मिलेगा, जहां वह और अधिक ज्ञान प्राप्त कर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। उनकी इस सफलता से अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी कि मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
अभिषेक कुमार की इस सफलता ने यह सिद्ध कर दिया कि सेंट्रल कॉम्पिटेटिव स्कूल – “हम सपने नहीं, हकीकत कर के दिखाते हैं!” का नारा सही मायनों में साकार कर रहा है। यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सही दिशा में की जाए, तो सफलता निश्चित है।
अभिषेक कुमार को उनकी सफलता के लिए ढेरों शुभकामनाएँ!